बेहतरीन दर्द भरी शायरी - ज़िन्दगी के रंग को समझने का एक साधन
कभी कभी दिल की गहरी ख़ामोशी भी बोल पड़ती है,
कभी आँखों की चुप्प भी कई राज़ खोल पड़ती है।
दर्द से गुजरने के बाद महसूस होता है,
ज़िंदगी का हर रंग कुछ अधूरा सा हो पड़ता है।जिन्हें हम सबसे ज्यादा चाहते थे,
वो अक्सर हमें सबसे ज्यादा तकलीफ देते हैं।
दिल में जो दर्द छुपा कर रखा है,
वो कभी किसी से कहने की हिम्मत नहीं होती।कभी सोचा नहीं था कि इतना दर्द होगा,
मगर जब वो दूर गए, तब एहसास हुआ।
ख़ुशियाँ दूर हो गईं, और ग़म पास आ गए,
इस तरह ज़िंदगी के रंग बदल गए।हमने मोहब्बत में हर दर्द को खुदा माना,
लेकिन अब वो खुदा भी हमें सजा देने वाला निकला।
कभी सोचा था नहीं, कि हम फिर से मुस्कुरा सकेंगे,
लेकिन ये दर्द हमें जीने की वजह दे गया।दिल के गहरे कोने में कुछ अधूरी सी बातें हैं,
जो कभी न कभी किसी से कह नहीं पाते।
हर ख्वाहिश के बाद एक नया दर्द आता है,
सच कहूं तो ज़िंदगी से अब मोहब्बत नहीं आती।हमेशा खुश रहने की चाहत थी,
लेकिन अब आंसुओं को छुपाने की आदत हो गई है।
ज़िंदगी से कुछ उम्मीदें थी,
लेकिन अब उन उम्मीदों को खोने की सज़ा हो गई है।तुमसे बिछड़ने के बाद महसूस हुआ,
कि दर्द ही सच्चा और सबसे प्यारा था।
हमें कभी उम्मीद नहीं थी कि दर्द इतनी गहराई से आएगा,
लेकिन अब हर दिन हमें दर्द ही जिन्दा रखता है।हमने कभी भी ग़म को पलकों पे रखा था,
लेकिन अब वो ग़म हमारी मुस्कान का हिस्सा बन गया है।
ज़िंदगी ने सिखाया हमें सबसे बड़ा पाठ,
कभी किसी से उम्मीद मत रखना, क्योंकि ग़म फिर आपका साथी बन जाता है।मुझे ना कोई शिकवा है, ना कोई ग़म,
बस इस दिल में तेरी यादें तड़पती हैं।
कभी तुम थे, और अब तुम नहीं हो,
फिर भी दिल में बस तुम्हारी यादें बसी हैं।- कभी कभी दिल चाहता है, बस खुद को ही छोड़ दूं,
- लेकिन फिर वही ख्वाहिशें मुझे जीने की वजह देती हैं।
- दर्द का ये आलम अब कुछ ऐसा हो गया है,
- कि ज़िंदगी के हर रंग में अब धुंधला सा असर हो गया है।